Tuesday, March 29, 2016

मोदी सरकार की योजनाओ की लिस्ट

नरेंद्र मोदी की भारत सरकार द्वारा पिछले लगभग दो साल में कई योजनाओं की शुरुआत की गयी है जिनका लाभ सीधा भारत की जनता को मिल रहा है. हम यहां पर लाये है उन सभी सरकारी योजनाओं की सूची हिंदी में.
सभी 50 से ज्यादा नयी सरकारी योजनाओं की सूची जो भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने अभी तक शुरू की हैं या पुरानी बंद योजनाओं को दोबारा से शुरू किया है उनकी सूची नीचे है.
1-प्रधानमंत्री जन धन योजना
2-प्रधानमंत्री आवास योजना
3-प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना
4-प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
5-प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
6-प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
7-अटल पेंशन योजना
8-संसद आदर्श ग्राम योजना
9-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
10-प्रधानमंत्री ग्राम सिंचाई योजना
11-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाये
12-प्रधानमंत्री जन औषधि योजना
13-मेक इन इंडिया
14-स्वच्छ भारत अभियान
15-किसान विकास पत्र
16-सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम
17-डिजिटल इंडिया
18-स्किल इंडिया
18-बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
20-मिशन इन्द्रधनुष
21-दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
22-दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण 23-कौशल्या योजना
24-पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना
25-अटल मिशन फॉर रेजुवेनशन एंड 26-अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत योजना)
27-स्वदेश दर्शन योजना
28-पिल्ग्रिमेज रेजुवेनशन एंड स्पिरिचुअल ऑग्मेंटशन ड्राइव (प्रसाद योजना)
29-नेशनल हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटशन योजना (ह्रदय योजना)
30-उड़ान स्कीम
31-नेशनल बाल स्वछता मिशन
32-वन रैंक वन पेंशन (OROP) स्कीम
33-स्मार्ट सिटी मिशन
34-गोल्ड मोनेटाईजेशन स्कीम
35-स्टार्टअप इंडिया, स्टन्डप इंडिया
36-डिजिलोकर
37-इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम
38-श्यामा प्रसाद मुखेर्जी रुर्बन मिशन
सागरमाला प्रोजेक्ट
39-‘प्रकाश पथ’ – ‘वे टू लाइट’
40-उज्वल डिस्कॉम असुरन्स योजना
विकल्प स्कीम
41-नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम
42-राष्ट्रीय गोकुल मिशन
43-पहल – डायरेक्ट बेनिफिट्स ट्रांसफर फॉर LPG (DBTL) कंस्यूमर्स स्कीम
44-नेशनल इंस्टीटूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति आयोग)
45-प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना
46-नमामि गंगे प्रोजेक्ट
47-सेतु भारतं प्रोजेक्ट
48-रियल एस्टेट बिल
49-आधार बिल
50-क्लीन माय कोच
51-राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान – Proposed
52-प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
आप सभी पढ़ने वालों से निवेदन है की इस सूची को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वो भी इन योजनाओं का लाभ 

Saturday, February 6, 2016

modi sarkar achievment in 2015

पढ़िए मोदी सरकार में बदलते भारत की तस्वीर... Dolphin Post
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1. Air India : एयर इंडिया को 2013-14 में 5,389 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था जबकि 2012-13 में ये घाटा 5,490 करोड़ रुपये था। इसी कंपनी को दिसंबर 2014 के दौरान 14.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ, जबकि दिसंबर 2013 में कंपनी को 168.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। सरकार द्वारा कंपनी को 30,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया हुआ है और सरकार इसे घाटे से उबारने के लिए प्रतिबद्ध है।
2. BSNL : बीएसएनएल को वित्त वर्ष 2014-15 में 672 करोड़ रुपए का परिचालन लाभ हुआ। इससे पिछले वित्त वर्ष 2013-14 में बीएसएनएल को 691 करोड़ रुपए का परिचालन घाटा हुआ था। वर्ष 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व छोड़ते समय बीएसएनल 10 हजार करोड़ रुपये के मुनाफे में थी और जब नरेन्द्र मोदी की सरकार बनी तो यह 7020 करोड़ रुपये के घाटे में थी, लेकिन अब एक बार फिर बीएसएनएल तेजी से घाटे से निकलकर स्थिति मजबूत करती जा रही है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में बीएसएनएल की सेवाओं से कमाई 4.16% बढ़ी जो कि पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा है।
3. भारतीय नौवहन निगम: भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की जहाजरानी कंपनी भारतीय नौवहन निगम (Shipping Corporation of India) जो पिछले 3 वर्षों से घाटे में चल रही थी, उसने वित्तीय वर्ष 2014-15 में ₹ 201 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया, जबकि 2013-14 में ये कंपनी ₹ 275 करोड़ के नुकसान में थी। आपको बता दें इस वित्तीय वर्ष 2015-16 में इसका मुनाफा और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि चालू वित्तीय वर्ष के छः महीनों में ही इसका मुनाफा ₹ 325 करोड़ आया है।
4. भारत में आज तक का सर्वाधिक बिजली उत्पादन 2015 में हुआ। वर्ष 2013-14 में 16,800 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनें बिछाई गयीं थीं। जो वर्ष 2014-15 में 32% बढ़कर 22,000 किलोमीटर हो गयीं।
5. भारत में आज तक के सर्वाधिक नए राष्ट्रीय राजमार्गों को बनाने के ठेके 2015 में दिए गए। 2013-14 में 3,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्णय किये गए। 2014-15 में ये बढ़कर 8,000 किलोमीटर हुआ और इस वर्ष सरकार ने 10,000 किलोमीटर का लक्ष्य रखा है।
6. वर्ष 2013-14 में वैश्विक एलईडी प्रकाश की मांग में भारत का योगदान 0.1% था जो कि 2015-16 में बढ़कर 12% हो गया। भारतीय एलईडी अब दुनिया में सबसे सस्ते हैं। जिनकी कीमत वैश्विक औसत 3 डॉलर से कहीं कम मात्र 1 डॉलर से भी कम है।
7. भारत में आज तक ग्रामीण गरीबों को सर्वाधिक LPG कनेक्शनों का वितरण 2015 में हुआ।
8. भारत में आज तक का सर्वाधिक सॉफ्टवेयर निर्यात 2015 में हुआ।
9. भारत में आज तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन/ खनन 2015 में हुआ।
10. भारत में गन्ना किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी, आज तक का सर्वाधिक एथेनॉल ब्लेंडेड फ्यूल का उत्पादन 2015 में हुआ।
11. भारत के बंदरगाहों ने आज तक का सबसे तेज़ औसत टर्नअराउंड समय 2015 में प्राप्त किया।
12. भारत ने आज तक का सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार 2015 में प्राप्त किया।
ये सब हिसाब है सिर्फ 20 महीनों का… अगर अभी भी ‘अच्छे दिन’ नहीं दिख रहे तो यक़ीनन आप अच्छे दिनों को देखना ही नहीं चाहते या फिर 60 साल के कांग्रेसी शासन में आप अच्छे दिनों की परिभाषा भूल चुके हैं।
जय हिन्द जय भारत
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Sunday, July 26, 2015

दलित भाई महँ क्षत्रिय ब्राह्मणों की संतान हैं

आइये इतिहास के इस भूले-बिसरे दुखद समुद्र का अवगाहन करते हैं। यहाँ एक बात ध्यान करने की है कि इस विषय का लिखित इतिहास बहुत कम है अतः हमें अंग्रेज़ी के मुहावरे के अनुसार 'बिटवीन द लाइंस' झांकना, जांचना, पढ़ना होगा। सबसे पहले बाल्मीकि या भंगी जाति को लेते हैं। बाल्मीकि बहुत नया नाम है और पहले ये वर्ग भंगी नाम से जाना जाता था। ये कई उपवर्गों में बंटे हुए हैं। इनकी भंगी, चूहड़, मेहतर, हलालखोर प्रमुख शाखाएं हैं। इनकी क़िस्मों, गोत्रों के नाम बुंदेलिया, यदुवंशी, नादों, भदौरिया, चौहान, किनवार ठाकुर, बैस, गेहलौता, गहलोत, चंदेल, वैस, वैसवार, बीर गूजर या बग्गूजर, कछवाहा, गाजीपुरी राउत, टिपणी, खरिया, किनवार-ठाकुर, दिनापुरी राउत, टांक, मेहतर, भंगी, हलाल इत्यादि हैं। क्या इन क़िस्मों के नाम पढ़ कर इस वीरता का, जूझारू होने का कारण समझ में नहीं आता ?
बंधुओ ये सारे गोत्र भरतवंशी क्षत्रियों के जैसे नहीं लगते हैं ? किसी को शक हो तो किसी भी ठाकुर के साथ बात करके तस्दीक़ की जा सकती है। इन अनुसूचित जातियों में ये नाम इनमें कहाँ से आ गये ? ऐसा क्यों है कि अनुसूचित जातियों की ये क़िस्में उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश में ही हैं ? जो इलाक़े सीधे मुस्लिम आक्रमणकारियों से सदियों जूझते रहे हैं उन्हीं में ये गोत्र क्यों मिलते हैं ? हलालखोर शब्द अरबी है। भारत की किसी जाति का नाम अरबी मूल का कैसे है ? क्या अरबी आक्रमणकारियों या अरबी सोच रखने वाले लोगों ने ये जाति बनायी थी ? इन्हें भंगी क्यों कहा गया होगा ? ये शुद्ध संस्कृत शब्द है और इसका अर्थ 'वह जिसने भंग किया या तोड़ा' होता है। इन्होने क्या भंग किया था जिसके कारण इन्होने ये नाम स्वीकार किया।
चमार शब्द का उल्लेख प्राचीन भारत के साहित्‍य में कहीं नहीं मिलता है। मृगया करने वाले भरतवंशियों में भी प्राचीन काल में आखेट के बाद चमड़ा कमाने के लिये व्याध होते थे। ये पेशा इतना बुरा माना जाता था कि प्राचीन काल में व्याधों का नगरों में प्रवेश निषिद्ध था। इस्‍लामी शासन से पहले के भारत में चमड़े के उत्पादन का एक भी उदाहरण नहीं मिलता है। हिंदू चमड़े के व्यवसाय को बहुत बुरा मानते थे अतः ऐसी किसी जाति का उल्लेख प्राचीन वांग्मय में न होना स्वाभाविक ही है। तो फिर चमार जाति कहाँ से आई ? ये संज्ञा बनी ही कैसे ?
चर्ममारी राजवंश का उल्लेख महाभारत जैसे प्राचीन भारतीय वांग्मय में मिलता है। प्रतिष्ठित लेखक डॉ विजय सोनकर शास्त्री ने इस विषय पर गहन शोध कर चर्ममारी राजवंश के इतिहास पर लिखा है। इसी तरह चमार शब्द से मिलते-जुलते शब्द चंवर वंश के क्षत्रियों के बारे में कर्नल टाड ने अपनी पुस्तक 'राजस्थान का इतिहास' में लिखा है। चंवर राजवंश का शासन पश्चिमी भारत पर रहा है। इसकी शाखाएं मेवाड़ के प्रतापी सम्राट महाराज बाप्पा रावल के वंश से मिलती हैं। आज जाटव या चमार माने-समझे जाने वाले संत रविदास जी महाराज इसी वंश में हुए हैं जो राणा सांगा और उनकी पत्नी के गुरू थे। संत रविदास जी महाराज लम्बे समय तक चित्तौड़ के दुर्ग में महाराणा सांगा के गुरू के रूप में रहे हैं। संत रविदास जी महाराज के महान, प्रभावी व्यक्तित्व के कारण बड़ी संख्या में लोग इनके शिष्य बने। आज भी इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में रविदासी पाये जाते हैं।
उस काल का मुस्लिम सुल्तान सिकंदर लोधी अन्य किसी भी सामान्य मुस्लिम शासक की तरह भारत के हिन्दुओं को मुसलमान बनाने की उधेड़बुन में लगा रहता था। इन सभी आक्रमणकारियों की दृष्टि ग़ाज़ी उपाधि पर रहती थी। सुल्तान सिकंदर लोधी ने संत रविदास जी महाराज मुसलमान बनाने की जुगत में अपने मुल्लाओं को लगाया। जनश्रुति है कि वो मुल्ला संत रविदास जी महाराज से प्रभावित हो कर स्वयं उनके शिष्य बन गए और एक तो रामदास नाम रख कर हिन्दू हो गया।
सिकंदर लोदी अपने षड्यंत्र की यह दुर्गति होने पर चिढ गया और उसने संत रविदास जी को बंदी बना लिया और उनके अनुयायियों को हिन्दुओं में सदैव से निषिद्ध खाल उतारने, चमड़ा कमाने, जूते बनाने के काम में लगाया। इसी दुष्ट ने चंवर वंश के क्षत्रियों को अपमानित करने के लिये नाम बिगाड़ कर चमार सम्बोधित किया। चमार शब्‍द का पहला प्रयोग यहीं से शुरू हुआ। संत रविदास जी महाराज की ये पंक्तियाँ सिकंदर लोधी के अत्याचार का वर्णन करती हैं।
वेद धर्म सबसे बड़ा, अनुपम सच्चा ज्ञान
फिर मैं क्यों छोड़ूँ इसे पढ़ लूँ झूट क़ुरान
वेद धर्म छोड़ूँ नहीं कोसिस करो हजार
तिल-तिल काटो चाही गोदो अंग कटार
चंवर वंश के क्षत्रिय संत रविदास जी के बंदी बनाने का समाचार मिलने पर दिल्ली पर चढ़ दौड़े और दिल्‍ली की नाक़ाबंदी कर ली। विवश हो कर सुल्तान सिकंदर लोदी को संत रविदास जी को छोड़ना पड़ा । इस झपट का ज़िक्र इतिहास की पुस्तकों में नहीं है मगर संत रविदास जी के ग्रन्थ रविदास रामायण की यह पंक्तियाँ सत्य उद्घाटित करती हैं
बादशाह ने वचन उचारा । मत प्‍यारा इसलाम हमारा ।।
खंडन करै उसे रविदासा । उसे करौ प्राण कौ नाशा ।।
जब तक राम नाम रट लावे । दाना पानी यह नहीं पावे ।।
जब इसलाम धर्म स्‍वीकारे । मुख से कलमा आप उचारै ।।
पढे नमाज जभी चितलाई । दाना पानी तब यह पाई ।।
भारतीय वांग्मय में आर्थिक विभाजन ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र के रूप में मिलता है। मगर प्राचीन काल में इन समाजों में छुआछूत बिल्कुल नहीं थी। कारण सीधा सा था ये विभाजन आर्थिक था। इसमें लोग अपनी रूचि के अनुसार वर्ण बदल सकते थे। कुछ संदर्भ इस बात के प्रमाण के लिये देने उपयुक्त रहेंगे। मैं अनुवाद दे रहा हूँ। संस्कृत में आवश्यकता होने पर संदर्भ मिलाये जा सकते हैं।
मनु स्मृति 10:65 ब्राह्मण शूद्र बन सकता है और शूद्र ब्राह्मण हो सकता है। इसी प्रकार क्षत्रिय और वैश्य भी अपना वर्ण बदल सकते हैं।
मनु स्मृति 4:245 ब्राह्मण वर्णस्थ व्यक्ति श्रेष्ठ, अति-श्रेष्ठ व्यक्तियों का संग करते हुए और नीच-नीचतर व्यक्तियों का संग छोड़ कर अधिक श्रेष्ठ बनता जाता है। इसके विपरीत आचरण से पतित हो कर वह शूद्र बन जाता है।
मनु स्मृति 2:168 जो ब्राह्मण, क्षत्रिय अथवा वैश्य वेदों का अध्ययन और पालन छोड़ कर अन्य विषयों में ही परिश्रम करता है, वह शूद्र बन जाता है। उसकी आने वाली पीढ़ियों को भी वेदों के ज्ञान से वंचित होना पड़ता है।
आप देख सकते हैं ये समाज के चलने के लिए काम बंटाने और उसके इसके अनुरूप विभाजन की बात हैं और इसमें जन्मना कुछ नहीं है। एक वर्ण से दूसरे वर्ण में जाना संभव था। महर्षि विश्वामित्र का जगत-प्रसिद्ध उदाहरण क्षत्रिय से ब्राह्मण बनने का है। सत्यकेतु, जाबालि ऋषि, सम्राट नहुष के उदाहरण वर्ण बदलने के हैं। एक गणिका के पुत्र जाबालि, जिनकी माँ वृत्ति करती थीं और जिसके कारण उन्हें अपने पिता का नाम पता नहीं था, ऋषि कहलाये। तब ब्राह्मण भी आज की तरह केवल शिक्षा देने-लेने, यज्ञ करने-कराने, दान लेने-देने तक सीमित नहीं थे। वेदों में रथ बनाने वाले को, लकड़ी का काम करने वाले बढ़ई को, मिटटी का काम करने वाले कुम्हार को ऋषि की संज्ञा दी गयी है। सभी वो काम जिनमें नया कुछ खोजा गया ऋषि के काम थे।
यहाँ एक वैदिक ऋषि की चर्चा करना उपयुक्त होगा। वेद सृष्टि के उषा काल के ग्रन्थ हैं। भोले-भाले, सीधे-साधे लोग जो देखते हैं उसे छंदबद्ध करते हैं। ऋषि कवष ऐलूष ने वेद में अक्ष-सूक्त जोड़ा है। अक्ष जुए खेलने के पाँसे को कहते हैं। इस सूक्त में ऋषि कवष ऐलूष ने अपनी आत्मकथा और जुए से जुड़े सामाजिक आख्यान, उपेक्षा, बदनामी की बात करुणापूर्ण स्वर में लिखी है। कवष इलूष के पुत्र थे जो शूद्र थे। ऐतरेय ब्राह्मण बताता है कि सरस्वती नदी के तट पर ऋषि यज्ञ कर रहे थे कि शूद्र कवष ऐलूष वहां पहुंचे।
यज्ञ में सामाजिक रूप से प्रताड़ित जुआरी के भाग लेने के लिये ऋषियों ने कवष ऐलूष को अपमानित कर निष्काषित कर दिया और उन्हें ऐसी भूमि पर छोड़ा गया जो जलविहीन थी। कवष ऐलूष ने उस जलविहीन क्षेत्र में देवताओं की स्तुति में सूक्त की रचना की और कहते हैं सरस्वती नदी अपना स्वाभाविक मार्ग बदल कर शूद्र कवष ऐलूष के पास आ गयीं। सरस्वती की धारा ने कवष ऐलूष की परिक्रमा की, उन्हें घेर लिया। यज्ञकर्ता ऋषि दौड़े-दौड़े आये और शूद्र कवष ऐलूष की अभ्यर्थना की। उन्हें ऋषि कह कर पुकारा। उनके ये सूक्त ऋग्वेद के दसवें मंडल में मिलते हैं।
इस घटना से ही पता चलता है कि शूद्र का ब्राह्मण वर्ण में आना सामान्य घटना ही थी। ध्यान रहे कि वर्ण और जातियों में अंतर है। वर्णों में एक-दूसरे में आना-जाना चलता था और इसे उन्नति या अवनति नहीं समझा जाता था। ये केवल स्वभाव के अनुसार आर्थिक विभाजन था। भारत में वर्ण जन्म से नहीं थे और इनमें व्यक्ति की इच्छा के अनुसार बदलाव होता था। कई बार ये पेशे थे और इन पेशों के कारण ही मूलतः जातियां बनीं। कई बार ये घुमंतू क़बीले थे, उनसे भी कई जातियों की पहचान बनी। वर्ण-व्यवस्था समाज को चलाने की एक व्यवस्था थी मगर वो व्यवस्था हज़ारों साल पहले ही समाप्त हो गयी। वर्णों में एक-दूसरे में आना-जाना चलता था ये भी सच है कि कालांतर में ये आवागमन बंद हो गया।
उसका कारण भारत पर लगातार आक्रमण और उससे बचने लिये समाज का अपने में सिमट जाना था। समाज ने इस आक्रमण और ज़बरदस्ती किये जाने वाले धर्मांतरण से बचाव के लिये अपनी जकड़बन्दियों की व्यवस्था बना ली। अपनी जाति से बाहर जाने की बात सोचना पाप बना दिया गया। रोटी-बेटी का व्यवहार बंद करना ऐसी ही व्यवस्था थी। इन जकड़बन्दियों का ख़राब परिणाम यह हुआ कि सारी जातियों के लोग स्वयं में सिमट गए और अपने अतिरिक्त सभी को स्वयं से हल्का, कम मानने लगे। वो दूरी जो एक वैश्य समाज जाटव वर्ग से रखता था वही जाटव समाज भी बाल्मीकि समाज से बरतने लगा। आपमें से कोई भी जांच-पड़ताल कर सकता है। केवल 5 उदाहरण भी भारत भर में जाटव लड़की के बाल्मीकि लड़के से विवाह के नहीं मिलेंगे। अब महानगरों में समाज बदल गया है और अंतर्जातीय विवाह समय बात हो गयी है मगर आज से 30 वर्ष पूर्व ऐसी घटना लगभग असंभव थी।
आज बदलते समाज में शायद ये कुछ न दिखाई दे मगर आज से सौ साल पहले पंचों द्वारा व्यक्ति या परिवार से समाज का रोटी-बेटी का, हुक्का-पानी का व्यवहार बंद करना, उसका जीवन असंभव बना देता था। इसका अर्थ अंतिम संस्कार के लिये चार कंधे भी न मिलना होता था। इसका लक्ष्य अपने लोगों का धर्मांतरण न होने देना था। ये बंधन इतने कठोर थे कि अकबर के मंत्री बीरबल, टोडरमल तक उसका सारा ज़ोर लगा देने के बाद भी उसके चलाये धर्म दीने-इलाही और उसके पुराने धर्म इस्लाम में दीक्षित नहीं हुए।
प्राचीन भारत में भारत में शौचालय घर के अंदर नहीं होते थे। लोग इसके लिये घर से दूर जाते थे। समाज के लोगों में ये भाव कभी था ही नहीं कि उनका अकेले-दुकेले बाहर निकलना जीवन को संकट में डाल सकता है। मगर ये विदेशी आक्रमणकारी हर समय आशंकित रहते थे। उन्हें स्थानीय समाज से ही नहीं अपने साथियों से प्राणघाती आक्रमण की आशंका सताती थी। इसलिए उन्होंने क़िलों में सुरक्षित शौचालय बनवाये और मल-मूत्र त्यागने के बाद उन पात्रों को उठाने के लिये पराजित स्थानीय लोगों को लगाया। भारत में इस घृणित पेशे की शुरुआत यहीं से हुई है। इन विदेशी आक्रमणकारियों में इसके कारण अपनी उच्चता का आभास भी होता था और ऐसा घोर निंदनीय कृत्य उन्हें अपने पराजित को पूर्णरूपेण ध्वस्त हो जाने की आश्वस्ति देता था।
इन आक्रमणकारियों ने पराजित समाज के योद्धाओं को मार डाला और उनके बचे परिवार को इस्लाम या घृणित कार्यों को करने का विकल्प दिया। जो लोग डर कर, दबाव सहन न कर पाने के कारण मुसलमान बन गए, उन्हीं के वंशज आज के मुसलमान हैं। जो लोग मुसलमान नहीं बने, उन्होंने अपने प्राणों से प्रिय शिखा-सूत्र काट दिये और अपने धर्म को न छोड़ने के कारण भंगी-चमार संज्ञा स्वीकार की। यहाँ ये बात आवश्यक रूप से ध्यान रखने की है कि इन प्रतिष्ठित योद्धा जाति के लोगों ने पराजित हो कर भी धर्म नहीं छोड़ा।
इस्लाम के भयानक अत्याचार सहे, आत्मा तक को तोड़ देने वाला सिर पर मल-मूत्र ढोने का अत्याचार सहा, पशुओं की खाल उतारने कार्य किया, चमड़ा कमाने-जूते बनाने का कार्य किया मगर मुसलमान नहीं हुए। ये जाटव, बाल्मीकि समाज के लोग हमारे उन महान वीर पूर्वजों की संतानें हैं। आज भी इन योद्धा जातियों के वंशजों के बड़े हिस्से में अपने नाम के साथ सिंह लगाने की परम्परा है। अपने सिर पर मल-मूत्र ढोने वाले, जूते बनाने वाले कहीं सिंह होते हैं ? ये वस्तुतः सिंह ही हैं जिन्हें गीदड़ बनने पर विवश करने के लिये इस तरह अपमानित किया गया।
बाबा साहब अम्बेडकर ने भी अपने लेखों में लिखा है कि हम योद्धा जातियों के लोग हैं। यही कारण है कि 1921 की जनगणना के समय चमार जाति के नेताओं ने वायसराय को प्रतिवेदन दिया था कि हमें राजपूतों में गिना जाये। हम राजपूत हैं। अँगरेज़ अधिकारियों ने ही ये नहीं माना बल्कि हिन्दू समाज भी इस बात को काल के प्रवाह में भूल गया और स्वयं भी इस महान योद्धाओं की संतानों से वही घृणित दूरी रखने लगा जो आक्रमणकारी रखते थे। होना यह चाहिए था कि इनकी स्तुति करता, नमन करता, इनको गले लगता मगर शेष हिन्दू समाज स्वयं आक्रमणकारियों के वैचारिक फंदे में फंस गया।

Monday, May 18, 2015

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मोदी सरकार के एक साल में भ्रष्टाचार घटा है और भारत को कई लाख करोड़ रुपये का फायदा भी हुआ है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ )के अनुसार मोदी सरकार के कामकाज से भारत में भ्रष्टाचार काम हुआ है और सरकारी दफ्तरों में पक्षपात घटा है। मोदी सरकार ने कोल ब्‍लॉक और 2G स्पेक्ट्रम निलामी से 2.6 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं, यूपीए सरकार ने खदानों को मुफ्त में और 2G स्पेक्ट्रम को मनमाने दामों पर बांट दिया था। मोदी सरकार ने किसानों की मदद बढ़ा कर डेढ़ गुना कर दी है । और 50% की जगह अब सिर्फ 33% नुक्सान में ही किसान को मुआवज़ा देने का प्रावधान कर दिया है। मोदी सरकार ने इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ा कर २ से २.५ लाख कर दी है। ऐसा भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है। इस से गरीबों को सीधे फायदा मिला है। 
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ ) ने एक अध्ययन में पाया है कि मोदी सरकार के सुशासन का असर दिखने लगा है। सरकारी दफ्तरों में पक्षपात घटा है। मोदी सरकार के कामकाज से नेताओं पर भरोसा भी बढ़ रहा है। डब्ल्यूईएफ ने सालाना अध्ययन रिपोर्ट जारी की है। इसके मुताबिक सरकारी दफ्तरों में पक्षपात को लेकर भारत की रैंकिंग में 45 अंक का सुधार हुआ है। व 94वें स्थान से 49वें नंबर पर आ गया है। हालांकि, अब भी चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले पीछे ही है। नेताओं पर जनता के भरोसे के मामले में भारत की रैंकिंग में 65 अंक का सुधार हुआ है। वहीं, सरकारी धन के गलत इस्तेमाल में 38 अंक का सुधार हुआ है। घूसखोरी जैसे मानकों में सुधार तो है, लेकिन महज 17 स्थान का।
चार सवालों पर सुधरी रैंकिंग-
1. नेताओं पर बढ़ा भरोसा
पिछले साल 115वें स्थान पर था। अब 50वें स्थान पर है। भरोसा 65 अंक बढ़ा है। सिंगापुर पहले, कतर दूसरे और संयुक्त अरब अमीरात तीसरे नंबर पर है।
2. सरकारी धन का दुरुपयोग
पिछले साल 98वें स्थान पर था। अब 60वें पर आ गया है। स्थिति में सुधार 38 अंक का है। न्यूजीलैंड पहले, डेनमार्क दूसरे और फिनलैंड तीसरे नंबर पर है।
3. घूसखोरी
पिछले साल 10वें स्थान पर था। अब 93वें स्थान पर है। सबसे कम घूसखोरी के साथ न्यूजीलैंड पहले, फिनलैंड दूसरे और सिंगापुर तीसरे स्थान पर है।
4. सरकारी फैसलों में पक्षपात
इससे पहले भारत 94वें स्थान पर था। अब 49वें स्थान पर है। कतर पहले, न्यूजीलैंड दूसरे और सिंगापुर तीसरे स्थान पर रहा।

क्या है डब्ल्यूईएफ की रैंकिंग
डब्ल्यूईएफ ने वर्ल्ड कॉम्पीटिटिवनेस रिपोर्ट जारी की है। सर्वे में शामिल हर व्यक्ति/संस्था को एक से सात अंक देने को कहा गया था। इसी के आधार पर रैंकिंग दी गई है।

गरीबों के नाम पर हो रहे आरोप-प्रत्यारोप के तमाम पहलुओं पर चर्चा तो आपने खूब सुना और पढ़ा. अब उन तीन योजनाओं को जानिए जो पीएम मोदी ने खास तौर पर गरीबों के लिए शुरु किया है. इन तीन योजनाओं से गरीबों की हालत सुधरेगी।

जीवन ज्योति बीमा योजना क्या है-
दूसरी योजना पीएमजेजेबीवाई के तहत सभी बचत खाता धारक को किसी भी कारण से होने वाली मृत्यु की स्थिति में दो लाख रुपये की एक वर्षीय जीवन बीमा सुरक्षा दी जाएगी. यह 18 से 50 वर्ष तक की अवस्था के लिए लागू है. इसके तहत हर बीमाधारक के लिए प्रीमियम राशि सालाना 330 रुपये है.

सुरक्षा बीमा योजना क्या है-
पीएमएसबीवाई योजना के तहत बीमा धारक को 12 रुपये की सालाना बीमा पर दो लाख रुपये की निजी दुर्घटना बीमा सुरक्षा प्रदान की जाएगी. यह योजना बैंक के बचत खाता धारक के लिए 18 से 70 वर्ष की अवस्था के लिए लागू है. इसके तहत बीमा लेने वाले बैंक को हर साल 31 मई या उससे पहले खुद खाते से प्रीमियम काट लेने की अनुमति देंगे, जिस पर बीमा धारक को एक जून से अगले साल 31 मई तक दुर्घटना बीमा सुरक्षा हासिल होगी. इस बीमा का खुद-ब-खुद नवीनीकरण होता रहेगा. बीमा कवर 1 जून से लागू होगा.

अटल पेंशन योजना क्या है-
इसके तहत उपभोक्ता को 60 वर्ष की अवस्था पूरी करने के बाद 18 से 40 वर्ष की अवस्था के बीच चुने गए विकल्पों के आधार पर न्यूनतम 1000, 2000, 3000, 4000 या 5000 रुपये मासिक पेंशन दिया जाएगा. इस तरह इस योजना में योगदान 20 साल या उससे अधिक का होगा. मृत्यु होने पर परिवार को पेंशन मिलेगा.
इन तीन योजनाओं से गरीबों की हालत सुधरेगी।

दस साल के पाकिस्तानपरस्त कांग्रेसी शासन के बाद पहली बार भारतीय सैनिको को खुली छूट मिली है ताबड़तोड़ गोली व गोला दागने को।
भारत को सामरिक तौर पर मज़बूत करने के लिए मोदी सरकार ने अत्याधुनिक अपाचे हेलीकाप्टर, परमाणु पनडुब्बी और राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का निर्णय किया है।

शंघाई में 22 अरब $ का करार: भारत में निवेश के वादे में चीन से पीछे छूटा यूएस।
इन समझौतों के बाद निवेश के वादों के मामले में चीन ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया। ये हालात बीते 8 महीने में बदले हैं। पहले जिनपिंग की भारत यात्रा और अब मोदी की चीन यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच 52 अरब डॉलर के करार हो चुके हैं। इसमें से 95% से ज्यादा रकम भारत में निवेश के रूप में आएगी। वहीं, अमेरिका ने भी बीते 8 महीने में दो बार भारत के साथ करार किए। लेकिन कुल मूल्य 45 अरब डॉलर ही रहा। हालांकि, चीन हो या अमेरिका, निवेश का फायदा भारत के मेक इन इंडिया कैम्पेन को मिलने वाला है।
किस देश से कितना आने वाला है इन्वेस्टमेंट-
1. चीन से कुल करार : 52 अरब डॉलर
- सितंबर : जिनपिंग भारत आए तो 5 साल में 20 अरब डॉलर निवेश का वादा किया।
- मई : मोदी की चीन यात्रा। बीजिंग में 10 अरब डॉलर के 24 करार। रेलवे को सबसे ज्यादा मदद। शंघाई में 22 अरब डॉलर के 21 करार। बड़ा फायदा मेक इन इंडिया कैम्पेन को।
2. अमेरिका से कुल करार : 45 अरब डॉलर
- सितंबर : मोदी अमेरिका गए। अगले 5 साल में अमेरिका ने भारत में 41 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया। फायदा मेक इन इंडिया कैम्पेन को।
- जनवरी : ओबामा भारत आए। 4 अरब डॉलर के एक्स्ट्रा इन्वेस्टमेंट का एलान किया। फायदा एनर्जी सेक्टर को।
3. जापान से कुल करार : 35 अरब डॉलर
- सितंबर : मोदी जापान यात्रा पर गए। जापान ने 35 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया। बड़ा फायदा भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र और रेलवे को। जापान की मदद से मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन चलेगी।
4. फ्रांस से कुल करार : 2 अरब यूरो (2.30 अरब डॉलर)
- पिछले महीने मोदी फ्रांस के दौरे पर गए। परमाणु ऊर्जा के सेक्टर में 2 अरब यूरो की मदद का एलान हुआ।
5. कनाडा से कुल करार : 35 करोड़ डॉलर
- पिछले महीने मोदी कनाडा गए। भारत को 35 करोड़ डॉलर मूल्य का यूरेनियम देने के लिए डील हुई।
कुल : 135 अरब डॉलर
इन पांच देशों से भारत में 135 अरब डॉलर का निवेश आने की उम्मीद है। मोदी साउथ कोरिया के दौरे पर भी जाने वाले हैं। वहां भी 10 अरब डॉलर मूल्य के करार हो सकते हैं। इसका फायदा भारत के आईटी सेक्टर को मिल सकता है।

Friday, April 24, 2015

why narendra modi is doing so many foreign visits..


Why is Narendra Modi making more foreign visits ?

- Barack Obama and China supports India's bid for permanent UNSC seat.

- $35 billion investment by Japan over a period of 5 years and along with it their expertise in making bullet trains.

- Australia is set to sign a Nuclear Power deal with India to supply around 500 tonnes of Uranium to India.

- Satya Nadella (Microsoft), Indra Nooyi (Pepsico), Sheryl Sandberg (Facebook), Jeff Bezos (Amazon), Mark Zuckerberg (Facebook) discusses possible investments.

- Israel inks $5 million deal for Joint Educational Research programme.

- $20 billion investment from Xi and his Chinese counterparts.

- 2 billion Euros support from France for sustainable development in India.

- Airbus to increase outsourcing in India from 400 million euros to 2 billion euros over the next five years.

- French National Railways has agreed to co-finance an execution study for a semi-high speed project on upgradation of the Delhi-Chandigarh line to 200 kmph.

- Canada agrees to supply 3,000 metric tonnes of uranium to India from this year to power Indian atomic reactors.

While we are all yearning for a transformation, development, etc. there is someone who is actually setting up the infrastructure for it. Marketing of 'Brand India' has never been so important !!!

Monday, April 20, 2015

Congress is exposed on land bill...

Congress is exposed on land bill....Please see the facts below.

1. Shri Rahul Gandhi blames Gujarat model for land acquisition. Does he know SC and UPA lauded Gujarat for its land model?

2. Rahul Gandhi should do his homework better. SC praised Gujarat Model of Land Acquisition http://archive.indianexpress.com/news/land-act-a-fraud-learn-from-gujarat-says-sc/827449

3. Was Rahul Gandhi on a holiday when DIPP under UPA said Gujarat’s Land acquisition Model is the best? http://indianexpress.com/article/business/business-others/gujarat-follows-best-land-policy-dipp-study/

4. Congress suffering selective memory loss. Why did UPA drop 13 pro Farmer clauses? NDA included them in the land bill. https://www.youtube.com/watch?v=hcdn9onqE28&index=2&list=PLBG6UuYpOcTvKP8NIUDdFNiZFZEDBlqTm 

5. Congress is misguiding people on Consent Clause. Hear PM expose this malicious propaganda https://www.youtube.com/watch?v=CtSj8mU0eRw&index=8&list=PLBG6UuYpOcTvKP8NIUDdFNiZFZEDBlqTm

6. All amendments in Land Bill are purely for the benefits of farmers. Industrialists who exploited farmers in past will not be able to do so now https://www.youtube.com/watch?v=mH6Zn8H3agY&index=5&list=PLBG6UuYpOcTvKP8NIUDdFNiZFZEDBlqTm 

7. Not only farmers will get 4 times compensation & employment, they will also get a provision to own 20% of developed land https://www.youtube.com/watch?v=OX-R6tZUZaI&index=3&list=PLBG6UuYpOcTvKP8NIUDdFNiZFZEDBlqTm

8. Shri Nitin Gadkari demolishing opposition's lies on Bill https://www.youtube.com/watch?v=jToK9V_lxaU&list=PL8Z1OKiWzyBFcqnb4zi0tYJiXZauaIeqH&index=6

9. Rahul Gandhi says Land Bill will enable Govt to give land to industrialists. He should know Bill only assists Central/State Govt projects not private enterprises.

10. 60% of our population i.e. farmers contribute only 15% of GDP. Is this Congress empowered farmers in 60 years? 

11. Do we not want farmers to get power, schools, employment, roads? Why does Congress want farmers to remain eternally poor? 

12. Isn’t it sad that Rahul Gandhi says ‪#‎MakeInIndia‬will fail because of his political opposition to Modi Govt. No concern for India’s poor?

13. People of India are bigger threats than LeT & Jaish E Mohammed, said Rahul Gandhi to USA diplomats.http://www.rediff.com/news/slide-show/slide-show-1-rahul-warned-us-about-hindu-terror-says-wikileaks/20101217.htm 

14. Sweet irony- remain outside India for months, come back & spread lies to farmers. 

15. The BJP led Govt under Shri Narendra Modi remains committed to all Indians and developing India.

More facts at http://www.bjp.org/lab/

Sunday, April 19, 2015

केन्द्रा की भाजपा सरकार ने क्या किया अब तक

केन्द्रा की भाजपा सरकार ने क्या किया अब तक.....
१) २ जी स्पेक्ट्रम घोटाले से १ लाख करोर रुपया वापस निकाला...जहाँ पर कॉंग्रेस ने १ लाख ७६ हज़ार करोर का घोटाला कर दिया था...
 http://m.economictimes.com/industry/telecom/telecom-spectrum-auction-bids-reach-96000-crore-at-the-end-of-7th-day/articleshow/46531885.cms
२) मोदी सरकार ने सुकन्या समरयधि योजना शुरू की १० साल से कम उमरा के लड़कियों के लिए...इससे उनकी शादी और शिक्षा मे मदद मिलेगी...
http://en.wikipedia.org/wiki/Sukanya_Samriddhi_Account
३) केवल ९ महीने के अंदर मोदी सरकार ने उच्च स्तरिया भ्रास्तचार पर लगाम लगाई....
http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/top-level-corruptions-down-in-modi-govt-fingers-crossed-india-inc/articleshow/46329479.cms
४) दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट madhya प्रदेश मे बनवाया....
http://m.timesofindia.com/india/At-750MW-Madhya-Pradesh-to-get-worlds-largest-solar-power-plant/articleshow/46257281.cms
५) भाजपा सरकार ने स्वछ भारत अभियान को सच साबित करते हुये सिर्फ जनवरी में 7.1 लाख शौचालय बनवाये।
टीवी मीडिया ने कुछ नहीं दिखाया, अब आप ही शेर करके अपने दोस्तों को बतायें।
http://economictimes.indiatimes.com/news/economy/infrastructure/swachh-bharat-abhiyaan-government-builds-7-1-lakh-toilets-in-january/articleshow/46269612.cms?from=mdr
६) भाजपा सरकार ने कोयला घोटाला मे खोया पैसा वापस निकाला...करीब १५ लाख करोर रुपया वापस निकाला जाएगा... जहाँ कॉंग्रेस ने १ लाख ८६ हज़ार करोर का घोटाला किया था...
http://m.nbt.in/text/details.php?storyid=46334732&section=bharat-home
७) बिजली का उत्पादन दर २ अंकों मे पहुचि पहली बार भारत की आज़ादी के बाद...
८)कैलाश मानसरोवर की यात्रा को सरल बनाया..अब यात्रा हिमाचल के आसान रास्ते से की जा सकेगी....
९)चीन की जल सेना से टक्कर लेने के लिए ८ बिलियन का युध पोत प्रॉजेक्ट शुरू कराया....
http://indiatoday.intoday.in/story/modi-government-warships-project-cleared-chinese-navy/1/419670.html
१०) जान धन योजना के तहत १० करोर अकाउंट खोले गये..ग़रीबों को १ लाख रुपये का बीमा भी मिलेगा जान धन योजना मे
११) मोदी सरकार ने जनवरी तक ३१५० करोर काला धन वापार अर्जित किया....जल्दी ही ७००० करोर और अर्जित किया जाएगा.
http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/Black-money-Tax-department-to-file-100-more-complaints-in-court/articleshow/46330900.cms
१२) भारत मे पर्यटन मे १२१४% का बढ़ावा हुवा है पिछले १० महीने मे...इसका करना भाजपा की वीसा ओंन अराइवल पॉलिसी है...
http://timesofindia.indiatimes.com/india/Implementation-of-visa-on-arrival-Tourist-count-up-by-1215/articleshow/46371387.cms
१३)भाजपा का डिजिटल इंडिया प्लान १ साल के अंदर ५० हज़ार गाँव को इंटरनेट की फेसिलिटी देगा...२० बड़े शहरों मे फ्री इंटरनेट की सेवा १ साल के अंदर शुरू होगी....
http://www.firstpost.com/business/modis-big-bang-digital-india-plan-2500-cities-to-get-free-4g-level-wifi-2060449.html
१४) ८७५ पुराने क़ानून ख़त्म किए ..जिसके करना लोगों को परेशानी होती थी और देश के विकास मे बढ़ा पहुचती थी...
१५) भाजपा सरकार ने बियो लोगिन शुरू किया सरकारी कर्मचारियों के लिए...ताकि कर्मचारी समय से आयें और समय से जायें..इससे उत्पादकता बढ़ेगी...कोई भी मंत्री अपना पिए किसी रिस्त्ेदार को नही रख सकता..इससे भ्रास्तचार कम होगा...सभी मंत्रालयों का काम समय समय पर चेक किया जाता है....
१६) ऐयर इंडिया ने फिर से फ़ायदा कामना शुरू किया क्यूंकी भारत सरकार ने भ्रास्तचार और काम चोरी के खिलाफ कदम उठाए..जल्दी ही ऐयर  इंडिया घाटे से बाहर आएगी....
http://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/Air-India-records-profit-after-long-spell-of-losses/articleshow/45856740.cms
१७)  मोदी सरकार के कदमो से होमे लोन सस्ता हो गया है...इससे लोगों को अपना घर लेने मे आसानी होगी...
http://ibnlive.in.com/news/sbi-hdfc-bank-icici-bank-cut-lending-rate-home-auto-loans-to-get-cheaper/538500-7.html
१८) किसानो की अगर केवल ३३% फसल भी खराब होगी तो भी किसानो को  कंपान्सेशन मिलेगा... किसानो का कंपान्सेशन डेढ़ गुना बढ़ा दिया गया है...
http://www.dnaindia.com/india/report-pm-modi-announces-higher-aid-for-rain-affected-farmers-2075686
१९) सरकार ने २५ डिसेंबर २०१४ को मिशन इंद्रा धनुष शुरू किया...इसका उद्देश्या भारत के नौनिहालों को गंभीर बीमारी जैसे हेपेटीटिस...टीवी...पोलीयो..टिटेनस..दीप्थेरिया... मेअसलेस ....आदि से बचाना है...इसमे बचों को टीके लगाए जाएँगे...
http://en.wikipedia.org/wiki/Mission_Indradhanush
http://en.wikipedia.org/wiki/Mission_Indradhanush
२०) येमन..इरक़...सीरिया ... दूसरे युध क्षेत्रा से करीब १२००० भारतीयों को बचाया....
http://zeenews.india.com/news/nation/nearly-5000-indians-rescued-from-iraq-so-far-sushma-swaraj_952486.html
http://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/how-narendra-modi-government-rescued-3500-indians-from-war-zone-yemen/articleshow/46833331.cms
२१) ग़रीब लोगों के लिए "प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना " शुरू की.... इसमे आक्सिडेंट होने पर १ लाख और आक्सिडेंट के कारण मृत्यु होने पर २ लाख रुपये ग़रीबों को मिलेंगे...
वृढ लोगों के लिए "वरिस्थ बीमा योजना" शुरू की..इसमे १५ साल तक हर महीने पेन्षन मिलेगी,,,ये पेन्षन बीमा अमाउंट पर डिपेंड करेगी....वृधों को टॅक्स बेनीफ़ित दिया गया...और एक सिटिज़न वेलफेर फंड भी शुरू किया जा रहा है...
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=116206
http://pib.nic.in/newsite/efeatures.aspx?relid=109720
For more information on modi Sarkar work..please visit vinaymaurya.BlogSpot.com